पूर्ण सतगुरु की आवश्यकता -Part 1 admin April 30, 2020 बिनां मुर्शिदां राह ना हत्थ आवे, दुध बाझ ना रिझदी खीर मियां। (वारश शाह) गुरू या उस्ताद यह एक ही अर्थ को स्पष्ट करते हैं।… Continue Reading