अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जिस रास्ते से गुजरेंगे उस पर अमेरिकी सेटेलाइट से भी नजर रखेंगे। आने से पहले पूरे रूट की सेटेलाइट स्क्रीनिंग भी की जाएगी। सभी रास्ते पर अतिरिक्त जैमर लागए जाएंगे। जैमर इतने हाईटेक होंगे की ड्रोन तक नहीं उड़ सकेंगे और वो अपने आप जाम हो जाएंगे। अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों के पास आगरा पुलिस से ज्यादा डाटा है। वह पहले ही ताजनगरी की स्क्रीनिंग कर चुके हैं।
साल 2015 में तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा को आगरा आना था। उस समय 15 दिन अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों का आगरा में डेरा रहा था। खेरिया से ताजमहल तक सेटेलाइट से भी रेकी की गई थी। पुराना पूरा डाटा अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों के पास है। इस 5 सालों में आगरा में क्या-क्या बदला है, यह पता लगानें में उन्हे ज्यादा समय नहीं लगेगा। रूट पर कितनी ऊंची छतें हैं ।
यह सड़क पर घूमकर चिन्हित करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। रूट पर कितने मकान और होटल हैं इसकी लिस्ट भी उनके पास है।
सूत्रों के अनुसार इस बार भी सेटेलाइट से स्क्रीनिंग की जा रही है। जिस दौरान राष्ट्पति ट्रंप का काफिला गुजरेगा उस दौरान भी सेटेलाइट से नजर रखी जाएगी।
250 छतों पर रहेंगे कमांडो
पुलिस ने अजीतनगर गेट से ताजमहल पूर्वी गेट तक 250 छतों को रूफ टॉप ड्यूटी के लिए चिन्हित किया है। सभी छतों पर कमांडो तैनात रहेंगे। जिनके पास दूरबीन रहेगी। कहां क्या चल रहा है वे इस पर नजर रखेंगे।
सत्यापन को बनाई 11 टीमें
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने 11 टीमें बनाई हैं। ये टीमें एक-एक घर में दस्तक दे रही हैं। वहां रहने वाले प्रत्येक सदस्य की सूची बना रहे हैं। उनके नाम, मोबाइल नंबर, उम्र नोट कर रही हैं। जो पूर्व में जेल जा चुके हैं वे वर्तमान में क्या कर रहे हैं यह देखा जा रहा है। इसी तरह दुकानदारों का सत्यापन कराया जा रहा है। 11 पुलिस कर्मियों की एक अलग टीम बनाई गई है।
काम आएगा रजिस्टेशन
एसएसपी ने बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप के आगमन की तैयारियों के चलते चलाया जा रहा सत्यापन अभियान आगे भी पुलिस के बहुत काम आएगा। पुलिस के पास वीआईपी रूट का पूरा डाटा होगा।